Monday, June 1, 2009

हमने सुना है मौला आप भगवान हैं......

नीली छतरी हैं आप , यार सरकार हैं
हमने सुना है मौला आप भगवान हैं ।
दुनिया बना के सोए , जागी दरकार है
आप चाहे जो भी करें , सब एहसान है ।
क्या फ़रक आज मर्यादा तार तार है
आपने तो छुट्टी पा ली ख़्वाजा जो महान हैं ।
चकला समाज हुआ , जंग भरमार है
पिघलें ना आप क्योंकि पाहन समान हैं ।
बस जी भरोसा उठा , ऐसे भरतार हैं
आपको दरद काहे आप हलक़ान हैं ।
पीर भी हमारी अरु चोट भी हमार हैं
आपने तो कह दिया ’बिधि का बिधान है’।
छोटे से हिआ मे रचा कपट का भार है
मोहरें सजा के चले छोड़ के मैदान हैं ।
हंस के तमासा देखें . नाहि अधिकार है
काहे रची दुनिया जी मुर्दा-ए-मसान है ।
पूरे हैं ’सैडिस्ट’ आप रूस के वो ’जार’ हैं
ज़िन्दगी दी भाड़े पे , ये मौत भी लगान है ।
नीली छतरी हैं आप , यार सरकार हैं
हमने सुना है मौला आप भगवान हैं...

14 comments:

Sushant Trivedi said...

back with a bang.
Its good to have somebody to put all blame.

Sajal Ehsaas said...

brilliant like always..some lines were too good

powerless philosofies said...

something about ground reality
and exquisite satires

वर्तिका said...

bahut sunder.... tumhari rhyming itni perfect hoti hai, aur vo kabhi forced nahin lagti.... besides local dialect kaa touch ise aam insaam ke jeevan ke aur kareeb le gaya ... amazing write nd a gud return....hope we'll get to c more frm u soon....

alok singh said...

Hey nice one ...piyush mishra style

gauravmitbhu said...

maara hai sahi wala desi tadke mein... nice work of art, keep posting.

kavya said...

brilliant as always!!
kya sahi likha hai yaar...

Vaibhav said...

Father Please forgive them for they know not what they do

m.s. said...

senti

Unknown said...

ab har bar shabd nahi hote likhne k liye...........kya likhoo........behatareen

Anonymous said...

experiences make u harder , then strengthens u to accept bare truths of life...
with u always.......

Praharsh Sharma said...

दे के दिलो-धड़कन, कह के चले हिम्मते मरदा मद्दे आप हैं,
जगा के प्यार, कायनात छोड़, मुझे मार चले आप भगवान् हैं |

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Badhiya. Yahi maula bhagwaan hain! Shareer lekin tab bhi humne chhos rakha hai.

Likho aur jeeyo ..

vakrachakshu said...

@ ALL

behad shukria ji :)

Unknown said...

मोहरें सजा के चले छोड़ के मैदान हैं ।

bohot sahi

hum to kahenge maula aap hi bhagvaan hain...